
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर भारतीय नौसेना ने कदम उठाया। और आतंकियो को करारा जवाब देने के लिए भारतीय सेना तैयार है। ऑपरेशन सिंदूर नाम क्यों पड़ा इसके पीछे का कारण क्या है, कुछ आतंकी पहलगाम में आकर कई मासूम महिलाओ का सिंदूर का निशानी उजाड़ा गया। यह सिंदूर एक महिला के लिए बहुत मायने रखता है। यह उसके सुहाग की निशानी है। आतंकियो ने धर्म पूछ पूछ कर मार दिया गया है। इसी लिए Operation Sindoor नाम पड़ा, आतंकियो को करारा जवाब देने के लिए भारतीय सेना तैनात है। आइए जानते है इसकी पूरी कहानी
ऑपरेशन सिंदूर क्या है

आपको मै बता दू Operation Sindoor क्या है, भारतीय संस्कृति में विवाहित महिलाओ का सिंदूर सुहाग और सम्मान का प्रतिक है। जो कुछ आतंकी जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आ कर आतंकवादियों ने निर्दोषों को निशाना बना कर, महिलाओं और बच्चों सहित आम नागरिक शामिल थे। वहा पर पार्टी और इंजॉए करने गए थे।
उस हमले में कई शादीशुदा महिलाओं ने अपने सामने अपने पति का आतंकियो के हमलो से सिंदूर को सामने से उजड़ते हुए देखा, इतना ही नहीं बल्कि मासूम लोगो को धर्म पूछ पूछ कर मारा है और कुछ लोग अपनी जान बचाने के चक्कर में छुप गए थे मगर उन लोगो को ढूंढ के धर्म पूछ के मारा है। यही कारण है कि इसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है।
ऑपरेशन सिंदूर क्या है आतंकियो को कैसे किये ढ़ेर
Operation Sindoor नाम सुनते ही आपके रूह काँप जाते है ऐसा क्यों क्योकि उन याद करो, जब पहलगाम में एक दुल्हन अपने शहीद पति के पास बैठी रो रही थी। क्योकि शादी के सिर्फ छह दिन बाद ही उसके पति की धर्म पूछ कर मार दिया गया था। जब शहीद की पत्नी आतंकियो से बोली मुझे भी मार दो मगर उन्होने बोला जाके अपने सरकार से बताओ। वो मासूम महिला वहा पर रो पड़ी।
रिपोर्ट के अनुसार बताया जा रहा है कि आतंकितो द्वारा कुल 28 मासूम पतियो की हत्या कर दी गई थी। वह पर कोई आर्मी सेना और पुलिस नहीं थी। जब सूचना पड़ने के कुछ छड़ में आर्मी और पुलिस आई और उन आतंकियो को मार गिराया। इसी घटना के चलते ऑपरेशन सिंदूर शुरू करने की जरुरत पड़ी है। सिंदूर का रंग लाल होता है, आप भी जानते है जिसने भी ये नाम दिया बहुत सोच समझ के नाम दिया है।
ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकियो पर किया हमला

भारत ने 7 मई 2025 की रात करीब 1:30 बजे किया था। Operation Sindoor के जरिये पाकिस्तान के 9 अलग अलग ठिकानो में ऐसी आग बरसाई जिसमे पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानो को राख कर दिया। ये वो जगहें थीं जहां लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के आतंकियों को हमले के लिए ट्रेनिंग दिया जाता था। इनमें कोटली, बहावलपुर, मुजफ्फराबाद और पंजाब प्रांत के कुछ इलाके शामिल थे। जिसे हर ठिकाने को राख कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह ऑपरेशन में 24 मिसाइलें दागी गईं और लश्कर-ए-तैयबा के एक बड़े कमांडर को भी निशाना बनाया गया। भारत का यह बदला सिर्फ मिसाइलो का बदला नहीं था। बल्कि Operation Sindoor के जरिये ये बदला हर उस विधवा के आँसू का था जिसके माथे का सिंदूर को इन आतंकवादियो ने मिटाया था।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ सरकार ने मॉक ड्रिल क्यों किया

Operation Sindoor से पहले लगातार हम और आप ये सोच रहे थे, कि भारत सरकार कार्यवाई क्यों नहीं कर रही है। करीबन 14 या 15 दिन बीत गए। लेकिन भारत सरकार जानती थी कि पाकिस्तान इंतजार कर रहा है। इसी लिए इस बार पाकिस्तान वालो को बेवकूफ बनाया गया। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कई राज्यो पर 7 मई को भारत की तरफ से एलान कि 244 क्षेत्रो में मॉक ड्रिल कराया जाये।
ऐसा इसलिए क्योकि अगर कोई आपातकालीन स्तिथि आए तो अपने देश के नागरिकों को सुरक्षित रखने का तरीका बताती है। जो हवाई हमलो से बच सके। इससे लोगों की जान बचाई जा सकती है। तभी भारतीय सेना ने 9 अलग अलग ठिकानो को जलाकर राख कर दिया।